"दोस्तो" ज़िंदगी गुज़र रही है हम सबकी इम्तेहानों के दौर से ..... कभी वक़्त हमको तो कभी हम वक़्त को आज़माते जा रहे हैं !! 📝📝📝📝📝📝📝📝
"दोस्तो" ज़िंदगी गुज़र रही है हम सबकी इम्तेहानों के दौर से ..... कभी वक़्त हमको तो कभी हम वक़्त को आज़माते जा रहे हैं !! 📝📝📝📝📝📝📝📝
अब तो आंसू भी जमने लगे हैं इन पत्थर हुई आँखों पर शायद मौसम जुदाई का बहुत सर्द आ गया है !!
खबर मेरे गम की ज़माने को भी हो गई है , लोग कहते हैं तेरे जाने के बाद "प्रिंस" की शायरी में दर्द आ गया है !!
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वो बिछड़ने की रात भी कहाँ क़यामत से कम थी .... वो खामोश था और मेरी आँखें नम थी , मेरी मोहब्बत में इंतज़ार तो सदियो का था पर उसकी उम्र पलों से भी कम थी !!!
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उनकी आँखें उनके दिल का हाल बता देती हैं !!
कोई रिश्ता नही अगर तो वो खफा क्यूँ होते !!
ये बेरुखी उनकी मोहब्बत का पता देती है !!
"प्रिंस" 📝📝📝📝📝📝📝📝
जिंदगी की तलाश थी और तुम मिल गए !!
सर्द पतझड़ में भी फूल बहारों के खिल गए !!
"प्रिंस" 📝📝📝📝📝📝📝📝
आ बैठो आराम से , मुझे गोद में तुम्हारी सर रख सोना है ... थकान ये ज़मानों की कुछ पलों में कहॉ उतरती है !! 📝📝📝📝📝📝
जब उदासी फितरत और तन्हाई किस्मत बन जाए तो "प्रिंस" बदलते मौसमों से गिला करते नही !!
अब मैं और तुम नदी के वो दो किनारों कि तरह हैं जो साथ तो चलते हैं पर कभी मिला करते नही !!
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जाते जाते देख सकूँ एक बार तुम्हे अब बस यही अभिलाषा है .... दर्द-ऐ-दिल तो बस तेरा है बाकी सब तमाशा है !! "प्रिंस" 📝📝📝📝📝📝📝📝
जहां तक संभव हो, अपनी सोच और अपना व्यवहार सकारात्मक रखें। आप दूसरों से सिर्फ उतनी ही उम्मीदें रखें, जितनी व्यावहारिक हों।
जय श्री कृष्णा ...जय माता दी ....जय शिव शंकर...
है दीवानों सा हाल मेरा तेन्हाई से सर पटकता रहता हूँ ...... खुद से ही बातें करता हूँ तेरी याद़ो में भटकता रहता हूँ !!
"PriNce Gaurav Thakur"
यूँ तो खामोश रहती हैं मेरी आँखें.... अगर समझ सको तो बहुत कुछ कहती है मेरी आँखें !! 📝📝📝📝📝📝📝